तू रामायण, मैं सीता,
तू उपनिषद, मैं गीता.
मैं अर्थ, तू शब्द,
तू वाचाल, मैं निःशब्द.
तू रूप, मैं छवि,
तू यज्ञ, मैं हवि.
मैं वस्त्र, तू तन
तू इन्द्रिय, मैं मन.
मैं त्वरण, तू गति
तू पुरुष, मैं प्रकृति.
तू पथ, मैं यात्रा
मैं ऊष्मा, तू मात्रा.
मैं काल, तू आकाश
तू सृष्टि, मैं लास.
मैं वस्त्र, तू तन
तू इन्द्रिय, मैं मन.
मैं त्वरण, तू गति
तू पुरुष, मैं प्रकृति.
तू पथ, मैं यात्रा
मैं ऊष्मा, तू मात्रा.
मैं काल, तू आकाश
तू सृष्टि, मैं लास.
मैं चेतना, तू अभिव्यक्ति,
तू शिव, मैं शक्ति.
तू रेखा, मैं बिंदु,
तू मार्तंड, मैं इंदु.
तू धूप, मैं छाया,
तू विश्व, मैं माया.
मैं दृष्टि, तू प्रकाश
मैं कामना, तू विलास.
तू आखर, मैं पीव
मैं आत्मा, तू जीव.
तू धूप, मैं छाया,
तू विश्व, मैं माया.
मैं दृष्टि, तू प्रकाश
मैं कामना, तू विलास.
तू आखर, मैं पीव
मैं आत्मा, तू जीव.
मैं द्रव्य, तू कौटिल्य,
मैं ममता, तू वात्सल्य.
तू जीवन, मैं दाव,
तू भाषा, मैं भाव.
तू जीवन, मैं दाव,
तू भाषा, मैं भाव.
मैं विचार, तू आचारी,
तू नर, मैं नारी.